याज्ञवल्क्य मिश्रा, kanker. ईवीएम की सुरक्षा के लिए तैनात छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 2 जवानों के बीच विवाद हो गया। जिसने हिंसक रुप ले लिया। सिपाही और हवलदार के बीच हुए इस विवाद में नाराज सिपाही ने हवलदार पर इंसास रायफल से फायर कर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद आरक्षक ने आत्मसमर्पण कर दिया।
घटना के बाद खुद को कमरे में बंद कर लिया
भानुप्रतापपुर में हुए उपचुनाव के लिए शहर के पीजी कॉलेज में बनाए गए स्ट्रांगरूम में रविवार की सुबह दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। यहां सीएएफ के जवान ने पहले तो हेड कॉन्स्टेबल से छुट्टी की बात कही। उसे छुट्टी तो मिल गई लेकिन इसे लेकर हुए विवाद के कारण वह वापस आया और मेजर को अपनी इंसास रायफल से चार राउंड फायरिंग कर उसके सीने को छलनी कर दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। फिर जवान ने खुद को एक कमरे में कैद कर लिया। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सामान्य विवाद था तैश में चली गोली
प्रारंभिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार कांकेर के भानुप्रतापपुर देव सरकारी पीजी कॉलेज की पहली मंजिल पर ईवीएम की सुरक्षा के लिए 11 वीं वाहिनी छसबल की डी कंपनी तैनात है। सुबह करीब 8 बजे प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत और आरक्षक पुरषोत्तम सिंह के बीच झगड़ा हुआ। नाराज पुरुषोत्तम सिंह ने इंसास रायफल से करीब चार राउंड फायर कर दिए। मौके पर ही प्रधान आरक्षक की मौत हो गई।
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पुलिस ने आरोपी सिपाही को किया गिरफ्तार
आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार जिला जेल में पदस्थ है और वह सीएएफ की 11 वीं बटालियन सी कंपनी का जवान है। वो मूलत: एमपी के भिंड जिले का रहने वाला है। पुलिस की अब तक की पूछताछ में जो जानकारी निकलकर सामने आई है उसके मुताबिक सीएएफ जवान पुरुषोत्तम पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा था। इसके चलते उसने अपने उच्चाधिकारियों से छुट्टी की मांग कर रही थी। वहीं शनिवार की रात भी उसकी ड्यूटी पीजी कॉलेज में बनाए गए स्ट्रांग रूम में लगाई गई थी। तब उसने अपनी तबीयत ज्यादा ही खराब होने की बात कही। ऐसे में उसे छुट्टी दे दी गई और फिर उसकी जगह पर बृजेश भारद्वाज को भेजा गया। इसके बाद सुबह फिर किसी बात को लेकर उसका विवाद प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत और वहां ड्यूटी कर रहे बृजेश भारद्वाज के साथ हो गया। इसी बीच तैश में आकर पुरुषोत्तम ने दोनों के ऊपर अपनी इंसास रायफल से फायरिंग कर दी। कुल चार राउंड किए फायर से प्रधान आरक्षक सुरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बृजेश जैसे-तैसे कर बच निकला। वहीं इस घटना के बाद आरोपी आरक्षक पुरुषोत्तम ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। फायरिंग की आवाज से वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। उन्होंने तत्काल पुलिस को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पुरुषोत्तम को दरवाजा खुलवाकर बाहर निकाला। फिर उसे गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है।
पूछताछ से सामने आएंगे और तथ्य
फिलहाल कोतवाली पुलिस आरोपी सीएएफ जवान पुरुषोत्तम को गिरफ्तार कर उससे जानकारी ले रही है। माना जा रहा है कि इस दौरान तात्कालिक विवाद का कोई और तथ्य भी सामने आएगा कि आखिर किस वजह से उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
घटना के बाद उच्च अधिकारियों ने घटनास्थल का मौक मुआयना किया। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आरक्षक को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ शुरू कर दी है।